

दुर्ग/आज हम आपको एक ऐसी शादी के बारे में बता देना बताने जा रहे हैं जिसके विषय में शायद ही किसी ने कल्पना भी की हो लेकिन वास्तविकता है कि अगर इंसान चाहे तो सब कुछ संभव है। जी हां,दुर्ग निवासी समाजसेवी राधेश्याम अग्रवाल उम्र 80 वर्ष और उनकी पत्नी मधु अग्रवाल उम्र 75 वर्ष की शादी के 50 वर्ष पूरा होने पर सालगिरह बड़ी धूमधाम से मनाई गई। इस 50वीं सालगिरह के अवसर पर दूल्हा बने राधेश्याम अग्रवाल और दुल्हन बनी मधु अग्रवाल की जोड़ी देखते ही बनती थी बारात उनके निवास स्थान दुर्ग से निकली और गायत्री पैलेस में जाकर रुकी इस दौरान बारातियों ने नाच गाना करते हुए बड़े ही हर्षोल्लास के साथ सालगिरह को मनाया। दूल्हा बने श्री अग्रवाल और श्रीमती अग्रवाल का भरा पूरा परिवार है। ज्ञात हो कि श्री अग्रवाल के 4 पुत्र क्रमश: पंकज अग्रवाल,प्रशांत अग्रवाल, प्रतीक अग्रवाल, पीयूष अग्रवाल हैं जो कि शादीशुदा है जिसमें प्रथम पुत्र पंकज अग्रवाल की पत्नी गायत्री अग्रवाल,बच्चे-आयुष,अंशुल। द्वितीय पुत्र प्रशांत अग्रवाल पत्नी रश्मि अग्रवाल, बच्चे-आस्था,पलक,आरव और तृतीय पुत्र प्रतीक पत्नी नेहा अग्रवाल बच्चे- प्रतीक्षा पलाश और चतुर्थ पुत्र पीयूष अग्रवाल पत्नी आभा अग्रवाल बच्चे- आन्या अरुज हैं। इन सभी बच्चों ने भी अपने दादा-दादी की 50वीं सालगिरह का जश्न बड़े ही धूमधाम से मनाया। 29 नवंबर को मेहंदी और हल्दी की रस्म संपन्न हुई इसके अलावा महिलाओं के लिए संगीत का कार्यक्रम भी रखा गया था 30 नवंबर को दोपहर 12:00 बजे बारात कार्यक्रम स्थल पर पहुंची और शादी संपन्न हुई। शाम को पार्टी का आयोजन किया गया जिसमें सभी समाज के और परिचित लोग पहुंचे। सभी ने दूल्हा-दुल्हन एवं उनके परिवार को इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं और धन्यवाद दिया।उक्त आशय की जानकारी आर के मुखर्जी ने दी है।
