पर्याप्त अन्न देश में है शास्त्री जी की बदौलत छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व मंत्री बदरूदीन कुरैशी ने भारत के दूसरे प्रधानमंत्री एवं भारतरत्न लालबहादूर शास्त्री जी के पुण्यतिथि के अवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया शास्त्री जी बहुत ही कम उम्र में उत्तरप्रदेश में संसदीय सचिव नियुक्त किये गये और उनकी योग्यता को देखते हुए उन्हे गृह मंत्री बनाया गया सन् 1951 में नई दिल्ली आ गये और केन्द्रीय मंत्री मंडल के कई विभागों का प्रभार संभाला जिसमे रेल मंत्री, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, गृह मंत्री रहे लालबहादूर शास्त्री देश के पहले मंत्री थे जिन्होंने रेल दुर्घटना होने के बाद तत्काल अपनी जिम्मेदारी उठाते हुए इस्तीफा दिया और उनका इस्तीफा प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू जी ने स्वीकार नहीं किया।

लालबहादूर शास्त्री जी देश के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया और सन् 1965 में पाकिस्तान ने हमारे देश में युद्ध छेड़ दिया उस वक्त हमारे देश की आर्थिक स्थिति खराब थी अनाज के लिए हमें दूसरे देशों का सहारा लेना पड़ता था इस बात का शास्त्री जी को बहुत दुःख थायुद्ध के साथ देश के किसानों एवं नौजवानों में उर्जा पैदा करने “जय जवान जय किसान“ का शास्त्री जी ने नारा दिया और वह नारा इतना कारगर हुआ कि सन् 1965 के बाद पूरे देश में इतना अनाज पैदा होने लगा कि आज 130 करोड़ कि जनसंख्या होने के बावजूद अन्न के मामले में हमारा देश आज भी स्वालम्बी है 1965 में पाकिस्तान को हार का मुंह देखना पड़ा।बैजनाथ शुक्ला, समयलाल साहू, सज्जन प्रसाद दिक्षित, संजय लाखे, दिदार भाई, मोहम्मद जब्बार, अब्दुल कादिर, उमर खान, लखी सोनी, मुन्नीलाल शर्मा, ईश्वर राव, परवेज आदम, दीपा साहू, नईम बेग, मुन्नी, अरूण सिंह,।

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