
दुर्ग जिला कलेक्टर ऑफिस से लेकर नगर निगम दफ्तर में जब मीडिया की टीम पहुंची तो अधिकारी और कर्मचारी होली में लग गए हुए हैं जिसमें 50% अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी में रहकर कार्य कर रहे हैं। तो वहीं 50% कर्मचारी अभी कार्य में नहीं आए हैं जिस पर मीडिया की टीम जब पहुंची तो देखा कि खनिज विभाग दुर्ग एवं नगर निगम दुर्ग से लेकर सभी दफ्तरों में अधिकारी और कर्मचारी सत प्रतिशत उपस्थिति करवाना अनिवार्य नहीं समझे क्योंकि होली का उतारा उतारना है। ऐसा लगा कि छत्तीसगढ़ के मुखिया ने इनके लिए कुछ नया फरमान सुना दिया हो या फिर इस बजट में शुक्रवार का दिन छुट्टी का दिन घोषित हो गया हो जिम्मेदारियों के लिए यह जिम्मेदारी लगा और मजेदार लोगों के लिए यह घर पर बिताना समझा गया दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से जब हम संपर्क करना चाहा तो उन्होंने भी पत्रकार का फोन उठाना उचित नहीं समझा क्योंकि जब राजा ही ऐसा हो तो प्रजा कैसा होगा प्रशासनिक अमला पूरी तरह अस्त-व्यस्त और मस्त रहा होली के इस ना बोलने वाले छुट्टी पर भी अवकाश लेकर घर में अपना समय देने वाले अधिकारी और कर्मचारी पर किस तरह का कारण बताओ नोटिस जारी होगा यह तो प्रशासनिक पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह उड़ता है।
